गृह मंत्री अमित शाह ने पंजाब के CM भगवंत मान से फोन पर की बात, कहा- हर मदद के लिए हैं तैयार
पंजाब के कई इलाकों में बाढ़ से बुरा हाल है. बाढ़ को देखते हुए एनडीआरएफ, सेना, बीएसएफ, पंजाब पुलिस और जिला अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं.

पंजाब में बाढ़ से हाल बेहाल है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से फोन पर बात की. मान ने गृह मंत्री को बाढ़ से पैदा हुई स्थिति के बारे में जानकारी दी है. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री ने राज्य को हर मदद का भरोसा दिलाया.
पंजाब भारी बाढ़ की चपेट में है. यह बाढ़ हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण सतलुज, ब्यास और रावी नदियों और छोटी नदियों में आए उफान के कारण आई है. पठानकोट, गुरदासपुर, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर और अमृतसर जिलों के गांव सबसे अधिक प्रभावित हैं. इसे देखते हुए एनडीआरएफ, सेना, बीएसएफ, पंजाब पुलिस और जिला अधिकारियों की टीम लगातार राहत-बचाव अभियान चला रही है.
कहां कितनी बारिश?
पंजाब, हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के कई हिस्सों में सोमवार (1 सितंबर) को सुपह से बारिश हो रही है. लुधियाना में सबसे अधिक 216.70 मिमी बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब के अन्य स्थानों में अमृतसर (24.1 मिमी), पटियाला (80.4 मिमी), पठानकोट (3.6 मिमी), बठिंडा (3 मिमी), फरीदकोट (10.2 मिमी), गुरदासपुर (2.7 मिमी), एसबीएस नगर (112.7 मिमी), मोहाली (64 मिमी), मनसा (42 मिमी) और रूपनगर (82.5 मिमी) में बारिश हुई.
चंडीगढ़ में 76.5 मिमी बारिश हुई. हरियाणा के अंबाला में 48.4 मिमी, हिसार (11.8 मिमी), करनाल (12.8 मिमी), नारनौल (66 मिमी), रोहतक (13.4 मिमी), सिरसा (130 मिमी), पंचकूला (57 मिमी), पानीपत (33 मिमी) और गुरुग्राम (9.5 मिमी) में बारिश दर्ज की गई.
सीएम भगवंत मान ने की समीक्षा
पंजाब में आई बाढ़ को देखते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं. सीएम मान ने शुक्रवार को कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों की निगरानी के लिए एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति का गठन किया.
उन्होंने कहा कि साथ ही मुख्य सचिव, उच्च अधिकारियों और विधायकों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और राहत व बचाव कार्यों को और अधिक प्रभावी ढंग से संचालित करने को सुनिश्चित करने के लिए भी कहा. इस संकट की घड़ी में लोगों को बाहर निकालने के लिए हमारी सरकार पूरी तरह से वचनबद्ध है और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी.