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पार्षद टिंकू अरोड़ा पर रंगदारी व दबाव बनाने के आरोप, अधिवक्ता नितिन ग्रोवर ने की कार्रवाई, मुकदमा दर्ज

सहारनपुर। नगर निगम के पार्षद एवं सपा महानगर प्रभारी अभिषेक टिंकू अरोड़ा पर अधिवक्ता नितिन ग्रोवर ने गंभीर आरोप लगाए हैं। अधिवक्ता का कहना है कि पार्षद टिंकू अरोड़ा रंगदारी, हत्या सहित कई मामलों में आरोपी हैं और मंदिर प्रकरण में उन्हें दबाव में लाकर मामले से हटाने की कोशिश कर रहे हैं। नितिन ग्रोवर के अनुसार, इस प्रकरण में अब तक पांच अधिवक्ता सामने आए, लेकिन अनैतिक दबाव के चलते पीछे हट गए। उन्होंने आरोप लगाया कि टिंकू अरोड़ा द्वारा बार एसोसिएशन के लेटर हेड का दुरुपयोग किया गया, जबकि उन्हें एसोसिएशन की ओर से कोई नोटिस जारी नहीं हुआ। गवर्नर ने कहा कि 2 अगस्त को न्यायालय परिसर में पार्षद के एक व्यक्ति ने उनसे पैसों की मांग की, जिस पर उन्होंने बार एसोसिएशन को पत्र भेजा और 5 अगस्त को मुकदमा दर्ज कराया। उनका कहना है कि वह टिंकू अरोड़ा से घबराने वाले नहीं हैं और कानूनी लड़ाई लड़ते रहेंगे। उधर टिंकू अरोरा अभिषेक अरोरा का कहना है किपार्षद अभिषेक अरोड़ा ने कहा मेरे द्वारा जनता की जो आवाज लगातार उठाई जा रही है उसे दबाने के लिए मेरे ऊपर झूठा और दुर्भावनापूर्ण मुकदमा दर्ज कराया गया है इस पूरे मामले में नामजद पार्षद अभिषेक अरोड़ा ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे एक सोची-समझी राजनीतिक साजिश बताया। उन्होंने कहा:मेरे खिलाफ जो मुकदमा दर्ज कराया गया है वह पूरी तरह से झूठा और आधारहीन है। मैं उस दिन कोर्ट परिसर में गया ही नहीं था। मैं जहां-जहां गया, वहां के CCTV कैमरों की फुटेज की जांच कराई जा सकती है, मुझे जैसे ही जानकारी मिली मैंने सारी सीसीटीवी फुटेज एकत्र कर ली मैंने तो उस दिन कचहरी का पुल ही पार नहीं किया लेकिन झूठ और बेबुनियाद मुकदमा मेरे ऊपर राजनीतिक द्वेष के चलते किया गया है सी सी टीवी फुटेज से सारी सच्चाई खुद सामने आ जाएगी। कोर्ट परिसर में भी CCTV कैमरे लगे हुए हैं।मेरे पास पूरे साक्ष्य मौजूद हैं कि मैं उस दिन कहां था। यह सब राजनीतिक साजिश के तहत किया जा रहा है। सत्ता पक्ष का एक जनप्रतिनिधि और नितिन ग्रोवर मिलकर मुझे झूठे मुकदमों में फंसा रहे हैं क्योंकि मैंने नितिन ग्रोवर की असलियत जनता के सामने उजागर की है पार्षद अरोड़ा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा:और आज दिनांक तक भी नितिन ग्रोवर के पास C.O.P. नंबर (Certificate of Practice) नहीं है, इसलिए वह न तो वकालत कर सकता है और न ही किसी न्यायालय में वकालतनामा लगा सकता है तो वह अधिवक्ता कहां से हुए जब सहारनपुर अधिवक्ता एसोसिएशन ने मेरी शिकायत के जवाब में मुझे स्पष्ट लिख कर दिया। जब उसका यह सच सामने आया तो उसने मुझ पर झूठे मुकदमे दर्ज कराने शुरू कर दिए। लेकिन मैं इन साजिशों से डरने वाला नहीं हूं। मुझे कानून और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। हम अपनी लड़ाई मजबूती से जारी रखेंगे।”
फिलहाल पुलिस ने शिकायत को दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। CCTV फुटेज और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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