पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमर उजाला संवाद कार्यक्रम के दौरान भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पर बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी को तो खुद बाहर से यहां लाना पड़ता है। उन्हें खुद रिवर्स इमिग्रेशन की जरूरत है। दरअसल, सीएम मान से पूछा गया कि क्या आप पीएम मोदी के मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत का समर्थन करेंगे? इस पर उन्होंने कहा कि पीएम को तो खुद बाहर से यहां लाना पड़ता है। वह तो खुद बाहर ज्यादा रहते हैं, उन्हें रिवर्स इमिग्रेशन की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत को लेकर कहा कि देश पहले से ही आत्मनिर्भर था। वक्त के हिसाब से चीजें बदलने की जरूरत होती है। अब किसान सिर्फ खेती पर निर्भर नहीं रह सकता। हर क्षेत्र में पीढ़ी बदल गई है। सियासत, बॉलीवुड, उद्योग, खेल में पीढ़ी बदल चुकी है। उन्होंने कहा कि पहले दफ्तरों का टाइम साढ़े सात से दोपहर दो बजे तक कर दिया। थोड़े दिन बाबुओं को दिक्कत हुई। बाद में उन्हें एहसास हुआ कि परिवार के साथ अच्छा वक्त बिताने को मिल रहा है। हमने इससे बिजली बचाई। यह 31 जुलाई तक की व्यवस्था थी। लोगों को ये सहूलियत हुई कि वे दफ्तरों में जाकर अपना जरूरी काम कराएं और फिर अपने काम पर चले जाएं।
भगवंत मान ने बेरोजगारी या नशे की दिक्कत के अलावा अमृतपाल जैसे मामले सामने आने जैसे आरोपों पर कहा कि हम तो डेढ़ साल से सत्ता में हैं। सारे गैंगस्टर डेढ़ साल में बन गए? जब भाजपा अकाली दल के साथ थी तो जेलों में गैंगस्टर को कौन पालता था। कांग्रेस से भी पूछिए। उन्होंने आगे कहा कि अब सियासी पनाह मिलना बंद हो गई है। अमृतपाल मामले में हम नाकाम कैसे हो गए? उसकी गतिविधियां कानून के मुताबिक नहीं थीं। उसके साथियों को हमने शांतिपूर्ण तरीके से पकड़कर जेल में डाल दिया था।
इतना ही नहीं, मान ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नाकामी पूछना है तो हरियाणा वालों से पूछिए कि नूंह में क्या हो रहा है? मणिपुर में क्या हो रहा है? अगर कानून व्यवस्था यहां ठीक नहीं होती तो टाटा स्टील जैसी कंपनियां यहां नहीं आतीं। पंजाब में जमीन उर्वरक है, कुछ भी बोओगे, वह उग आएगा, लेकिन यहां नफरत का बीज नहीं फूटेगा। यहां 10 साल एके-47 भी चली है, लेकिन आज यहां शांति है।
उन्होंने कहा कि आनंदपुर साहिब हमारे तख्तों में से एक है। हमारे सिखों के पांच में से एक तख्त के नाम पर लोकसभा की सीट है। यहां से सांसद हैं मनीष तिवारी। इसमें किसी को आपत्ति नहीं है। फरीदकोट में 15 लाख में से 10 हजार मुस्लिम होंगे, वहां से मोहम्मद सादिक सांसद हैं। यह बताता है कि हम पंजाब में नाम नहीं देखते। उन्होंने कहा कि संसद में मैंने कहा था कि लंबे सफर को मीलों में मत बांटिए। भारत बहता दरिया है, इसे नदियों-झीलों में मत बांटिए। देश की आजादी के बाद दुश्मन की पहली गोली जब चलती है तो सामने पंजाब का सीना होता है।