दिल्ली विधानसभा का सत्र का आज दूसरा दिन है। विधानसभा में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा हुई। आप विधायक दुर्गेश पाठक, विनय मिश्रा और कुलदीप कुमार मणिपुर में अशांति और वहां के लोगों पर हो रहे अत्याचार के मुद्दे पर चर्चा की शुरुआत की। मणिपुर पर चर्चा के दौरान हंगामा कर रहे चार भाजपा विधायकों और नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी को मार्शल ने विधानसभा से बाहर निकाल दिया। बाहर आने के बाद उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा में सिर्फ दिल्ली से जुड़े मुद्दों पर ही चर्चा हो सकती है। संसद में मणिपुर पर चर्चा हो चुकी है। वे चर्चा से भाग रहे हैं। जब हम दिल्ली के मुद्दे उठाते हैं तो वे (आप) हमें बाहर निकाल देते हैं।भाजपा विधायक अभय वर्मा ने कहा कि यह विधानसभा दिल्ली के विषयों की चर्चा के लिए है लेकिन अरविंद केजरीवाल मणिपुर का विषय लेकर आ रहे हैं। दिल्ली की जनता पानी, सीवर लाइन के जाम से त्रस्त है, यमुना नदी गंदी से। दिल्ली से जुड़े कई मुद्दे हैं जिस पर वे (दिल्ली सरकार) चर्चा नहीं कराना चाहती। नीयम 55 के तहत मैं ‘शीश महल’ पर चर्चा कराना चाहता था लेकिन इस पर चर्चा कराना उचित नहीं समझा गया।
विधानसभा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि भाजपा के विधायक साफ कह रहे हैं कि उनका मणिपुर से कुछ लेना देना नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का साफ संदेश है कि उनका मणिपुर से कुछ लेना देना नहीं है। जब से मणिपुर की घटना घटी, तब से प्रधानमंत्री चुप हैं। मणिपुर में अब तक 6,500 FIR दर्ज हुई और 150 से अधिक लोगों की मौत हुई लेकिन प्रधानमंत्री चुप हैं।