इजराइल पर हमास ने हमला किया तो उनके आतंकियों पर इजरायल ने काउंटर अटैक करते हुए बमबारी शुरू कर दी। लेकिन इसराइल के लिए चुनौती सिर्फ हमास के आतंकियों का हमला ही नहीं बल्कि उसके आसपास के बॉर्डर पर कई ऐसे दुश्मन देश और आतंकी संगठन घात लगाए बैठे हैं जो इसका फायदा उठाने की फिराक में है। इस कड़ी में लेबनान के हिजबुल्लाह ने अपने दक्षिणी हिस्से से इजराइल के उत्तरी हिस्से में हमले की बड़ी तैयारी कर ली है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक रविवार की सुबह-सुबह हिज्बुल्लाह ने उत्तर इजरायल के कुछ हिस्सों में रॉकेट दागने शुरू किए हैं। विदेशी मामलों के जानकारो की माने तो फिलहाल हमास के इस हमले के साथ लेबनान ही नहीं बल्कि इजरायल के लिए जॉर्डन, तुर्की समेत ईरान सीधे तौर पर बड़ी चुनौती बन गए हैं। विदेशी मामलों खासकर पश्चिमी एशिया के जानकारों का मानना है कि जिस तरीके से हमास ने इसराइल पर हमला किया सिर्फ एक हमला ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों को के लिए उकसाने का निमंत्रण जैसा है। विदेशी मामलों की जानकार लेफ्टिनेंट कर्नल एसएन जटिया कहते हैं कि इसराइल के सामने आतंकी संगठन हमास की चुनौती तो बिल्कुल नहीं है। वह कहते हैं कि निश्चित तौर पर इस्राइल की आंतरिक और विदेशी खुफिया एजेंसियों की बड़ी नाकामी की वजह से ही यह हमला हुआ है। लेकिन हमास को निपटाने में इजराइल डिफेंस फोर्स को बहुत लंबा वक्त नहीं लगेगा। लेफ्टिनेंट कर्नल जाटिया कहते हैं कि सवाल सबसे बड़ा यही है कि इस हमले के साथ इसराइल के चारों ओर बैठे दुश्मनों को जो एक तरह का निमंत्रण मिला है वह सबसे बड़ी चुनौती बन सकता है। उनका कहना है इसमें जॉर्डन लेबनान फिलिस्तीन, तुर्की, सीरिया और इराक जैसे देश इसराइल के खिलाफ बड़ा युद्ध और बिल्कुल बजा सकते हैं।
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वहीं उत्तरी इस्राइल में जिस तरीके से हिज्बुल्लाह की बड़े हमले की तैयारी की सूचनाए इस्राइली सेना को मिल रही है उससे सतर्कता और चौकस कर दी गई है। इस्राइल डिफेंस फोर्स की ओर से मिल नहीं जानकारी के मुताबिक फोर्स ने हजबुल्ला की ओर से किए गए हमले का करारा जवाब दिया है। इस्राइल की ओर से हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा है। इसके अलावा माउंट डॉव इलाके में भी हिजबुल्ला के ठिकानों को पूरी तरीके से ध्वस्त कर दिया गया है।