MEA: विदेश मंत्रालय ने इस्राइल-हमास युद्ध को लेकर साफ किया रुख; फलस्तीन और ‘ऑपरेशन अजय’ पर कही यह बात

MEA: विदेश मंत्रालय ने इस्राइल-हमास युद्ध को लेकर साफ किया रुख; फलस्तीन और ‘ऑपरेशन अजय’ पर कही यह बात

इस्राइल और हमास के बीच जारी जंग के बीच भारत के विदेश मंत्रालय ने बड़ा बयान दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि जैसा कि कल विदेश मंत्री द्वारा घोषणा की गई थी, इस्राइल से वापस आने को इच्छुक हमारे नागरिकों की वापसी की सुविधा के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू किया गया है। पहली चार्टर उड़ान भारतीय नागरिकों को लेने के लिए आज रात तेल अवीव पहुंचेगी और जिसके कल सुबह भारत लौटने की संभावना है।’ऑपरेशन अजय’ पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि एक चार्टर उड़ान आज देर शाम तेल अवीव पहुंचेगी। इसमें 230 यात्रियों के सवार होने की उम्मीद है। हमारे पास सभी विकल्प हैं, लेकिन निकासी में भारतीय वायुसेना की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। राहत की बात यह भी है कि हमने अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं सुनी है। सिर्फ एक के घायल होने की खबर है। हालांकि, उनकी हालत भी स्थिर बताई जा रही है। गाजा में भी हमारे तीन या चार नागरिक हैं और हम उन्हें बाहर निकालने की कोशिश करेंगे।18,000 भारतीय इस्राइल में
विदेश मंत्रालय ने कहा कि लगभग 18,000 भारतीय इस्राइल में हैं। वहां संघर्ष चल रहा है और यह चिंता का विषय है। भारतीयों को हमारे मिशन द्वारा जारी सलाह का पालन करने की सलाह दी गई है।

हमास को आतंकी संगठन कहे जाने पर कही यह बात
भारत की ओर से हमास को आतंकी संगठन कहे जाने को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह कानूनी मामला है। इसे कानूनी तौर पर देखना होगा, लेकिन मौजूदा स्थिति में हम बहुत स्पष्ट हैं कि यह एक आतंकवादी हमला है। हम युद्ध के कानूनों के अनुसार लड़ने को एक वैश्विक दायित्व के रूप में भी मानते हैं। अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करना एक सार्वभौमिक दायित्व है। आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खतरे से लड़ना भी एक वैश्विक जिम्मेदारी है।

एक संप्रभु फलस्तीन देश की स्थापना के लिए बातचीत जरूरी
विदेश मंत्रालय ने फलस्तीन मुद्दे पर कहा कि भारत ने शांतिपूर्ण सहअस्तित्व वाले एक संप्रभु फलस्तीन देश की स्थापना के लिए इजराइल के साथ सीधी बातचीत फिर से शुरू करने की हमेशा वकालत की है।

भारतीय वायुसेना ने भी की तैयारी
IAF अधिकारी के मुताबिक, जरूरत पड़ने पर भारतीय वायुसेना ने इस्राइल से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए विमान मुहैया कराएगी। वायुसेना ने विमानों को स्टैंडबाय पर रखा है। IAF परिवहन विमान बेड़े में C-17 और IL-76 हेवी-लिफ्ट परिवहन विमान के साथ-साथ C-130J सुपर हरक्यूलिस स्पेशल ऑपरेशंस विमान शामिल हैं, जिनका उपयोग बीते समय में ऐसे निकासी कार्यों के लिए किया गया है।

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