उत्तर प्रदेश के आगरा में ब्रह्मकुमारी आश्रम चलाने वाली दो सगी बहनों ने फंदे पर लटक कर अपनी जान दे दी। दोनों बहनों ने सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें कुछ लोंगों द्वारा सफेद कपड़ों के पीछे चलाने वाले काले साम्राज्य का काला चिट्ठा लिखा है। शायद किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि आश्रम के पीछे अय्याशी का अड्डा भी होगा, लेकिन बहनों के सुसाइड नोट को पढ़कर लोगों की आंखें खुली की खुली रह गईं।यज्ञ में बैठने लायक नहीं है
एकता ने सुसाइड नोट में लिखा है कि नीरज ने एक महिला के साथ मिलकर सेंटर के नाम पर 25 लाख रुपये हड़पे। इन रुपयों से नीरज ने अपना फ्लैट खरीद लिया। इस फ्लैट में अय्याशी करता है। रकम ठिकाने लगाने के बाद नीरज सेंटर बनवाने की अफवाह फैलाता रहा। ये लोग यज्ञ में बैठने लायक भी नहीं हैं। धन हड़पने और महिलाओं के साथ अनैतिक कार्य करने वाले लोग दबंगई दिखाते हैं और अपनी पहुंच का भय दिखाते हैं। यह कहते हैं कि कोई उनका कुछ नहीं कर सकता।
