सहरसा संवाददाता मो० इम्तियाज*
बिहार सरकार के मनरेगा योजना पंचायत प्रतिनिधियों एवं संबंधित अधिकारियों के लिए माल कमाऊ योजना साबित हो रही है।मनरेगा योजना के तहत पक्की सड़क,नाला,मिट्टी भराई कार्य आदि निर्माण कार्य के नाम पर फर्जीवाड़ा कर राशि का बंदरबांट किया जा रहा है और मामले से आलाधिकारियों अनजान बने रहते हैं।ताजा मामला सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड अंतर्गत सिटानाबाद दक्षिणी पंचायत का है,
जहां सिटानाबाद दक्षिणी पंचायत में चल रहे मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा व अनियमितता बरती जा रही है जिसको लेकर सिटानाबाद दक्षिणी पंचायत के आधा दर्जन से अधिक वर्तमान वार्ड सदस्यों ने शनिवार को डाक के माध्यम से लिखित आवेदन देकर बिहार सरकार के संबंधित विभागीय अधिकारी सहित सहरसा जिले के जिलाधिकारी को मामले से अवगत कराया है साथ ही उचित जाँच कर दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की हैं,
सिटानाबाद दक्षिणी पंचायत के वार्ड नं0-01 के वार्ड सदस्य मो0 जफर आलम,वार्ड नं0-2 के वार्ड सदस्य मो0 मरगूब आलम,वार्ड नं0-03 के वार्ड सदस्य निशा प्रवीण वार्ड नं0-5 के वार्ड सदस्य रविन्द्र कुमार,वार्ड नं0-7 के वार्ड सदस्य मुन्नी खातून,वार्ड नं0-11 के वार्ड सदस्य एजाज आलम वार्ड नं0-9 के वार्ड सदस्य तबस्सुम आरा,वार्ड नं0-14 के वार्ड सदस्य रोकसार खातून सहित 10 वार्ड सदस्यों ने आलाधिकारियों को दिए आवेदन में उन्होंने कहा है कि मनरेगा योजना के तहत योजना संख्या जो वित्तीय वर्ष में 2022 से 2023 में किसानों के बंजर जमीन में मिट्टी भराई कर उपजाऊ जमीन तैयार करने की योजना थी! जो जीविका दीदी के नाम से योजना चलाया जाना था वह योजन में जीविका दीदी का नाम नहीं देकर के दूसरे दीदी का फर्जीवाड़ा नाम देकर योजना चलाए जा रहे हैं, जिनके विरुद्ध में कार्यकारिणी के सदस्य के बैठक कर जिस जमीन में बांस गाछी है उस जगह का नाम देकर मुखिया रवीना खातून, मुखिया पति सफाउद्दीन व बेटा आसिफ के द्वारा फर्जीवाड़ा करके सरकारी रुपए का जो बंदरबांट किया जा रहा है उस पर रोक लगाने हेतु उसका निष्पक्ष जांच एवं दोषियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई को लेकर सहरसा जिलाधिकारी आनन्द शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह सहित विभागीय अधिकारियों को दिए आवेदन के माध्यम से उचित जांच करने की अपील की है, उन्होंनेे लिखित आवेदन में कहा कि जिस बंजर जमीन में मिट्टी भराकर उपजाऊ जमीन बनाई जानी थी उन पर कोई कार्य ना करके किसी दूसरे जगह की जमीन जो कम है वैसे जगहों का अधिक रकबा एवं खेसरा दर्शा कर सरजमी जांच किए बिना कार्यकर्णी का आमसभा बैठक किए ही कागज पर फर्जी तरीके से वार्ड सदस्यों का हस्ताक्षर करा कर मुखिया पति सफा उद्दीन व बेटा मोहम्मद आसिफ किसी से भी फर्जी दस्तखत करके योजना संचालन करवा कर सरकारी रुपए का बंदरबांट करने तथा रुपए को गवन करना चाह रहा हैं, उन्होंने कहा कि
मुखिया रवीना खातून, रोजगार सेवक मनोज वर्मा, मुखिया पति मोहम्मद सफाउद्दीन, बेटा मोहम्मद आसिफ, पी०टी०ए संजय झा एवं मनरेगा जे० ई०इन सभी की मीली भगत से फर्जीवाड़ा कर सरकार के लाखों रुपए का गवन करने और सरकार के गाइडलाइन का निर्वहन नहीं करने तथा पद मुक्त का केस दर्ज किया जा सके, उन्होंने कहा कि तत्काल सभी योजना बिना जांच किये,अविलंब रोक लगाया जाये ताकि सरकारी रुपए बंदरवांट व गवन होने से बच सके! इस मौके पर ग्राम पंचायत सिटनाबाद दक्षणी के वार्ड सदस्य तबस्सुम आरा, मो० जफर आलम, रुखसार खातून, एजाज आलम, निशा परवीन, मुनी खातून, रविंद्र कुमार व राजेश बढ़ई आदि मौजूद थे