उत्तर प्रदेश का सहारनपुर जनपद जनपद संदिग्धों का सुरक्षित ठिकाना रहा है। यहां से कई बार आतंकी, बांग्लादेशी और रोंहिग्या पकड़े गए हैं। खासबात है कि स्थानीय पुलिस और खुफिया विभाग हमेशा फेल नजर आता है। एटीएस या फिर बाहर के जिलों की पुलिस यहां आकर ही कार्रवाई करती है।सहारनपुर लंबे समय संदिग्धों का सुरक्षित ठिकाना बना है। यहां रहते हुए संदिग्धों ने भारतीय नागरिकता तक के दस्तावेज भी बनवा लिए थे। संदिग्ध कई-कई वर्षों सहारनपुर में रहते रहे। रविवार की रात कमेला और एकता कॉलोनी से पकड़े गए रोहिंग्या भी यहां आठ वर्षों से रह रहे थे।
