दर्दनाक: एंबुलेंस की तेज थी रफ्तार, पलक झपकते ही सड़क पर लग गया लाशों का ढेर; छह KM पीछे ही रह गए थे बाइक सवार

दर्दनाक: एंबुलेंस की तेज थी रफ्तार, पलक झपकते ही सड़क पर लग गया लाशों का ढेर; छह KM पीछे ही रह गए थे बाइक सवार

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। कानपुर के हैलट में शुक्रवार सुबह बीमार बुजुर्ग के दम तोड़ने के बाद पत्नी और चार बेटियां उनका शव लेकर एंबुलेंस से लौट रही थीं। पुरवा-मोहनलालगंज मार्ग पर तुसरौर गांव के पास एंबुलेंस में किसी वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में वृद्धा और उसकी तीन बेटियों की मौत हो गई, जबकि एक बेटी की हालत गंभीर है। उसका कानपुर के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। एंबुलेंस चालक लापता है।मौरावां कस्बा निवासी धनीराम सविता (75) सेवानिवृत्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। वर्ष 2007 में वह मौरावां के केएनपीएन इंटर कॉलेज से सेवानिवृत्त हुए थे। एक सप्ताह पहले धनीराम को पैरालिसिस का अटैक पड़ा था। परिजन प्राइवेट डॉक्टर से इलाज करा रहा थे। सांस लेने में दिक्कत होने पर 24 जुलाई को परिजनों ने उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। बाद में कानपुर हैलट रेफर कर दिया गया था।शुक्रवार सुबह करीब तीन बजे धनीराम की हैलट में मौत हो गई। पत्नी प्रेमा (65), बेटी मंजुला (40), अंजली (35), रूबी (30) और सुधा (38) एंबुलेंस से शव लेकर मौरावां लौट रही थीं। सुबह करीब पांच बजे एंबुलेंस पुरवा कोतवाली के तुसरौर गांव के पास पहुंची थी कि अज्ञात वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि एंबुलेंस के परखच्चे उड़ गए।

हादसे में प्रेमा, मंजुला, अंजली और रूबी की भी मौत हो गई। सुधा को गंभीर हालत में परिजनों ने कानपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। एसपी सिद्धार्थशंकर मीना ने बताया कि जिस तरह से हादसा हुआ उससे अनुमान है कि ओवरटेक करते समय किसी वाहन ने टक्कर मारी है। टक्कर मारने वाले वाहन का पता लगाया जा रहा है।

पुरवा में एंबुलेंस के दुर्घटनाग्रस्त होने पर पांच बच्चों से छिन गई मां की ममता
एंबुलेंस चालक की चूक और तेज रफ्तार ने पलक झपकते ही चार परिवारों की खुशियां छीन लीं। तीन बेटियों की मौत से उनके परिवार और पांच बच्चों से मां की ममता छिन गई। वहीं बीमारी से हुई वृद्ध की मौत के बाद हुए हादसे में उसकी बुजुर्ग पत्नी की भी मौत हो गई।

मृत दंपती की बेटियों में कानपुर के गोपालनगर निवासी पवन की पत्नी मंजुला, मौरावां नगर मोहल्ला निवासी राजकुमार की पत्नी अंजली, गंगाघाट कोतवाली के सहजनी गांव निवासी अनुपम की पत्नी रूबी की भी मौत हो गई। मंजुला के पति फर्नीचर का काम काम करते हैं। बच्चों में साक्षी और सत्यम हैं। रूबी के पति अनुपम एक चर्म इकाई में श्रमिक हैं। एक बेटी दिशा, मां की मौत से परेशान है। अंजली के दो बच्चों में वंश और शाश्चत का भी रो-रोकर बुराहाल रहा। मां की मौत से बच्चे बेहाल हैं।

मृतक धनीराम केनपीएन इंटर कॉलेज में चतुर्थ श्रेणी कर्मी थे। पहले तो उनकी मौत और बाद में हुए हादसे में परिवार के चार और सदस्यों की मौत जिसने में भी सुनी स्तब्ध रह गया। आंखों से आंसू छलक आए। कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य केके द्विवेदी सहित अन्य स्टॉफ ने श्रृद्धांजलि देते हुए आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से कामना की।

अंजली का पति से हो चुका था अलगाव
अंजली का विवाह बीघापुर निवासी राजकुमार के साथ हुआ था, लेकिन आपसी संबंध ठीक न होने से पांच साल पहले संबंध विच्छेद हो गया था। वह बेटे वंश और शाश्वत के साथ मायके में अलग रह रही थी। परिजनों ने बताया कि नगर पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि शशांक शेखर सिंह ने अंजली को प्रधानमंत्री आवास दिलवाया था। उसी में वह रह रही थी। साथ ही बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल भी करती थी। पिता के पहले ही अलग हो जाने और अब मां के हमेशा के लिए दूर जाने से दोनों बच्चे बेहाल हैं।

एंबुलेंस की तेज थी रफ्तार, छह किलोमीटर पीछे रह बाइक सवार
कानपुर हैलट से शव एंबुलेंस में चलने के बाद चालक की रफ्तार इतनी तेज की थी कि पीछे चल रहे दो बाइकों पर सवार लोगों में वंश उसके चचेरे नाना बउवा और बहन साक्षी, जबकि दूसरी बाइक पर बैठे मृतकों के पति अनुपम, पवन और उसका बेटा सत्यम उसे पकड़ भी न पाए। जिस स्थान पर घटना हुई वहां से दोनों बाइक सवार छह किलोमीटर की दूरी पर थे। जब वह पास पहुंचे और मंजर देखा तो बेहाल हो गए। पवन ने बताया कि एंबुलेंस चालक ने छह हजार रुपये में सौदा तय किया था। तेज रफ्तार हादसे का कारण बना।

चालक की गिरफ्तारी के लिए लगी पुलिस 
घटना के बाद एंबुलेंस की जांच करने के लिए यात्री कर अधिकारी मदनचंद्रा घटनास्थल पर जांच करने पहुंचे। उन्होंने एंबुलेंस में पड़ा नंबर डाला तो वह रामाशिव सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल के नाम दर्ज मिली। साथ ही फिटनेस और प्रदूषण भी सब सही मिला है। घटना जिस समय हुई उस समय का कोई प्रत्यक्षदर्शी नहीं मिल पा रहा है। जिससे यह पता लगे की टक्कर कैसे हुई। पीटीओ ने रिपोर्ट तैयार कर कोतवाली के साथ शासन को भेजी है। वहीं एंबुलेंस चला रहा कन्नौज निवासी चालक शिवम यादव का पता पुलिस ने लगा लिया है।

मृतक के दामाद ने गाड़ी नंबर के आधार पर दर्ज कराई रिपोर्ट
कोतवाल सुरेश कुमार ने बताया कि मृतक के दामाद गंगाघाट कोतवाली के सहजनी निवासी अनुपम सविता की तहरीर पर गाड़ी नंबर के आधार पर एंबुलेंस चालक के खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने में हादसा होने की रिपोर्ट दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि अनुपम ने यूपी 95 जे 7752 के खिलाफ तहरीर दी है। यह नंबर किसी बाइक का है। लेकिन पीटीओ की ओर से यह नंबर गलत बताया गया है। पीटीओ की आई रिपोर्ट में यूपी 95 डी 7752 दर्ज है।

एक ही परिवार के पांच मौतों पर मुख्यमंत्री जताया शोक
मृतक धनीराम की बीमारी उसके बाद पत्नी और तीन बेटियों की हादसे में मौत होने के साथ ही चौथी बेटी के घायल होने की जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर शोक जताया है। साथ ही परिवार को दुख सहन करने की शक्ति देने की ईश्वर से कामना की है।

एक ही स्थान पर हुआ माता-पिता व दो बेटियों का अंतिम संस्कार
सड़क हादसे में चार और बीमारी से हुई एक बुजुर्ग की मौत के बाद देर शाम शव गांव ले जाए गए। दंपती और उसकी दो बेटियों का बसहा स्थित अंत्येष्टि स्थल पर अंतिम संस्कार किया गया। जबकि एक बेटी का शुक्लागंज में अंतिम संस्कार किया गया। मृतक धनीराम को उसके छोटे भाई रजई, धनीराम की पत्नी प्रेमा को भतीजे सुनील, मंजुला को पति पवन, अंजली को बेटे वंश ने मुखग्रि दी। जनप्रतिनिधियों में विधायक अनिल सिंह, पूर्व एमएलसी सुनील साजन, चेयरमैन पुरवा रेनू गुप्ता, मौरावां चेयरमैन विवेक सेठ और भाजपा नेता उत्तमचंद्र लोधी ने पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया।

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